अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा का 113 वां वार्षिक महाधिवेशन मधेपुरा के आलम नगर प्रखण्ड अंतरगत इटाहरी भंवरपुर मे 17 मार्च से यह महाधिवेशन 19 मार्च तक आयोजित किया गया है।नवीन कुमार निषाद पूर्व प्रत्यशी विधान सभा ,के द्वार मल्यार्पण किया गया|ग्रामीणौ ने बताया कि इसमें देश-विदेश से लगभग 50 हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना थी लेकिन उनसे अधिक पाहुच चुके हैं। साधु-सन्यासियों और विशिष्ट आमंत्रितों के लिए रहने की व्यवस्था की गाई है|सत्संग काआज दूसरा दिन में भी काफ़ी लोगों का भीड रहीl बहार से आए हुए लोगों के लिए यहां हर प्रकार की सुविधा की गई है |चिकित्सा से लेकर खाने पीने और रहने का सारा इंतजाम किया गया है आज भंडारे में तकरीबन 50 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुआ आस-पास के जिले के जितने भी सत्संग प्रेमी हैं काफी सांख्य में यहां पर आज मौजुद रहा शांतिपूर्वक सत्संग का आनंद लिया भीड इतनी थी कि पीछे से स्टेज भी नहीं दिख रहा था लेकिन सत्संग प्रेमी ने पीछे से खड़े होकर सत्संग का आनंद ले रहे थे,
सत्संग प्रेमी की सुविधा के लिए प्रोजेक्टर की व्यवस्था जगह-जगह किया गया था |आए हुए साधु-सन्यासियों ने सत्संग की महिमा बताते हुए कहा कि सत्संग से भक्ति का द्वार खुलता है, क्योंकि सत्संग में आने से व्यक्ति के अंदर सेवा भावना उत्पन्न होती है। सेवा से भक्ति में प्रगाढ़ता आती है।सामूहिक प्रार्थना की गई। सामूहिक नाम जप ध्यान किया गया। भजन, कीर्तन, आरती का आयोजन किया गया। सभी धर्म ग्रंथ का पाठ किया गया।